श्लोक
दर्शनध्यानसंस्पशैर्मत्सी कुर्मी च पक्षिणी।
शिशुं पालयते नित्यं तथा सज्जनसंगतिः।।
श्लोक का अर्थ:
जैसे मछली अपने बच्चों को देखकर, मादा कछुआ ध्यान (देखभाल) से और मादा पक्षी स्पर्श से अपने बच्चों का...
शिशुं पालयते नित्यं तथा सज्जनसंगतिः।।
श्लोक का अर्थ:
जैसे मछली अपने बच्चों को देखकर, मादा कछुआ ध्यान (देखभाल) से और मादा पक्षी स्पर्श से अपने बच्चों का...