वो लड़की..
वो लड़की, जिसके और मेरे बीच की
दूरी हजारों किलोमीटर थी। अंजान थे
हम एक दूसरे से, पर हमें एक दूसरे
को समझने के लिए एक ही चीज
काफी थी ।वो ये कि,हमारी जिंदगी
के सात साल एक जैसे ही गुजरे थे, उसके
बाद आठवां साल ,नवंबर 2019
उस समय तक वह मेरे लिए बाकी
लड़कियों जैसी ही थी...अंजान । थी तो खुले
विचारों वाली !औरों से हटके ...
इसीलिए बिना देखे ही पसंद आ गई
थी मुझे। उसके बाद चैट ,टेलीग्राम,
व्हाट्सएप ,कॉल ।फिर क्या ,जैसे
जिंदगी में परिवार ,दोस्त जरूरी होते
है वैसे ये भी जरूरत बन गई थी! बहुत
खास! वह मेरे जरूरत के लिए इतनी
खास नहीं थी, बल्कि इसलिए खास थी की
वो पसंद थी मुझे ,अब भी है ।अच्छा
लगता है बातें करना उससे!वो बता
रही थी कि बहुत आलसी है वो☺️जो
भी हो....।
मैं फिर भी तुमको चाहूंगा
।.....❣️
© Moonart♠️
दूरी हजारों किलोमीटर थी। अंजान थे
हम एक दूसरे से, पर हमें एक दूसरे
को समझने के लिए एक ही चीज
काफी थी ।वो ये कि,हमारी जिंदगी
के सात साल एक जैसे ही गुजरे थे, उसके
बाद आठवां साल ,नवंबर 2019
उस समय तक वह मेरे लिए बाकी
लड़कियों जैसी ही थी...अंजान । थी तो खुले
विचारों वाली !औरों से हटके ...
इसीलिए बिना देखे ही पसंद आ गई
थी मुझे। उसके बाद चैट ,टेलीग्राम,
व्हाट्सएप ,कॉल ।फिर क्या ,जैसे
जिंदगी में परिवार ,दोस्त जरूरी होते
है वैसे ये भी जरूरत बन गई थी! बहुत
खास! वह मेरे जरूरत के लिए इतनी
खास नहीं थी, बल्कि इसलिए खास थी की
वो पसंद थी मुझे ,अब भी है ।अच्छा
लगता है बातें करना उससे!वो बता
रही थी कि बहुत आलसी है वो☺️जो
भी हो....।
मैं फिर भी तुमको चाहूंगा
।.....❣️
© Moonart♠️