गुलाब सी खिल उठती
सुबह से रात कैसे हो जाती पता ना चलता
बातों का सिलसिला उनसे दिन रात चलता रहता
बीच बीच में बात ना हो तो उनकी यादों का
कारवां मेरे हरपल संग चलता रहता
कितना खास और कितना दिल मे वो समाया है मेरे...
बातों का सिलसिला उनसे दिन रात चलता रहता
बीच बीच में बात ना हो तो उनकी यादों का
कारवां मेरे हरपल संग चलता रहता
कितना खास और कितना दिल मे वो समाया है मेरे...