एकांत
दुनिया के शोर से दूर जब मैं होती हूं एकांत, मेरे लिए असंभव सा हो जाता है एकांत होना। पहले मुझे भी नहीं पता था कि एकांत होने का मतलब क्या है... सिर्फ खाली स्थान पर बैठ जाना या अंदर से खाली होना अर्थात् सभी ख्यालों से मुक्त। लेकिन क्या ये संभव है कि हमें कोई खाली स्थान मिले जहां कुछ न हो या फिर अगर कुछ हो भी तो उसे देख कर हमें...