रॉन्ग नंबर
#रॉन्ग नंबर
बड़ी ज़ोर की बारिश हो रही थी। आसमान में बिजली कड़कड़ा रही थी पर घर पर बिजली गुल थी। तभी फोन की घंटी बजी और जीत ने रिसीवर उठा के कहा हैलो, कौन है? उधर से आवाज़ आई ओह, सॉरी, रॉन्ग नंबर, और फोन रख दिया गया। जीत को दो साल पहले की वो तूफानी रात याद आ गई। उस दिन भी तो ऐसी ही मूसलाधार बारिश हो रही थी और फोन की घंटी बजी थी। जीत ने फोन उठाया तो उधर से अखिलेश की आवाज़ आई। वो जीत की पत्नी रवीना से बात करना चाहता था लेकिन जीत ने रॉन्ग नंबर कहकर फोन रख दिया था। जब रवीना को पता चला तो जीत से उसकी इस बात पर कहासुनी हो गई थी और रवीना ने साफ़-साफ़ शब्दों में कह दिया था कि वो जीत से तलाक लेना चाहती है। ये सुनते ही जीत को ऐसा लगा था जैसे बाहर कड़क रही बिजली सीधा उसके दिल पर आ गिरी हो।
उस दिन की घटना के बाद रवीना ने जीत से तलाक लेकर अखिलेश के साथ घर बसा लिया था। अखिलेश के पास बेशुमार दौलत थी। वो शहर के...
बड़ी ज़ोर की बारिश हो रही थी। आसमान में बिजली कड़कड़ा रही थी पर घर पर बिजली गुल थी। तभी फोन की घंटी बजी और जीत ने रिसीवर उठा के कहा हैलो, कौन है? उधर से आवाज़ आई ओह, सॉरी, रॉन्ग नंबर, और फोन रख दिया गया। जीत को दो साल पहले की वो तूफानी रात याद आ गई। उस दिन भी तो ऐसी ही मूसलाधार बारिश हो रही थी और फोन की घंटी बजी थी। जीत ने फोन उठाया तो उधर से अखिलेश की आवाज़ आई। वो जीत की पत्नी रवीना से बात करना चाहता था लेकिन जीत ने रॉन्ग नंबर कहकर फोन रख दिया था। जब रवीना को पता चला तो जीत से उसकी इस बात पर कहासुनी हो गई थी और रवीना ने साफ़-साफ़ शब्दों में कह दिया था कि वो जीत से तलाक लेना चाहती है। ये सुनते ही जीत को ऐसा लगा था जैसे बाहर कड़क रही बिजली सीधा उसके दिल पर आ गिरी हो।
उस दिन की घटना के बाद रवीना ने जीत से तलाक लेकर अखिलेश के साथ घर बसा लिया था। अखिलेश के पास बेशुमार दौलत थी। वो शहर के...