विचार
आप किसी व्यक्ति या व्यक्ति विशेष को किसी बिषय पर अपने विचार व्यक्त करते तो सामने स्थित व्यक्ति आपकी बात को दो प्रकार से समझ सकता है एक तो यह कि वह आपके विचारो से सहमत हो, दूसरा यह कि वह कही गयी बात से असहमत हो, लेकिन कई व्यक्ति ऐसे भी होते है जो
आपके विचारो को समझने का सिर्फ ढोंग करते है
वास्तव में वे आपकी कही बात का कुछ और ही मतलब निकालतें है सामने वाला व्यक्ति आपकी कहे विचार को किस तरह लेता है यह उस पर निर्भर करता है आप पर नही आप सिर्फ और सिर्फ उसी बात के लिए जिम्मेदार हो सकते है जो आपने कहा है आप उस बात के लिए कदापि जिम्मेदार नही हो सकते जो किसी व्यक्ति ने समझा है आपके विचार हमेशा आपका प्रतिनिधित्व करते है
इस लिए हमे अपने विचार को हमेशा सकारात्मक रखने कि आवश्यकता है
सत्यम दुबे
© Satyam Dubey
आपके विचारो को समझने का सिर्फ ढोंग करते है
वास्तव में वे आपकी कही बात का कुछ और ही मतलब निकालतें है सामने वाला व्यक्ति आपकी कहे विचार को किस तरह लेता है यह उस पर निर्भर करता है आप पर नही आप सिर्फ और सिर्फ उसी बात के लिए जिम्मेदार हो सकते है जो आपने कहा है आप उस बात के लिए कदापि जिम्मेदार नही हो सकते जो किसी व्यक्ति ने समझा है आपके विचार हमेशा आपका प्रतिनिधित्व करते है
इस लिए हमे अपने विचार को हमेशा सकारात्मक रखने कि आवश्यकता है
सत्यम दुबे
© Satyam Dubey