जो मनुष्य अकेले में भी जीना सीख ले, वही दुनिया का सबसे ताकतवर मनुष्य होता है,
*जय श्री कृष्ण*
*हँस के देखो,न कि देखकर हँसो, खत्म होने जैसा जिंदगी में कुछ नही है, हमेशा एक नयी सुबह हमारा प्रतिक्षा करती है, नम्रता की सुगंध फूलों की सुगंध से अच्छी होती है, व्यक्ति का कठिन समय उसके लिए एक दर्पण की तरह है जो उसकी क्षमताओं का उसे दर्शन करवाता है, जो मनुष्य अकेले में भी जीना...
*हँस के देखो,न कि देखकर हँसो, खत्म होने जैसा जिंदगी में कुछ नही है, हमेशा एक नयी सुबह हमारा प्रतिक्षा करती है, नम्रता की सुगंध फूलों की सुगंध से अच्छी होती है, व्यक्ति का कठिन समय उसके लिए एक दर्पण की तरह है जो उसकी क्षमताओं का उसे दर्शन करवाता है, जो मनुष्य अकेले में भी जीना...