Dosti
दोस्ती कितना प्यारा सा शब्द है ना हमारी शब्दकोष का.......
लोग कुछ भी करते है दोस्तों की खातिर...
पर हर एक चीज की हद होती है वो कहते हैं ना कुछ भी बेहद अच्छा नहीं दोस्ती भी नहीं.....
ज्यादा मीठा भी कभी-कभी जुबान को कड़वा ही लगता है वैसे ही ज्यादा दोस्ती भी कभी-कभी हानिकारक होती है.....
यूं ही एक किस्सा आ रहा है दिल में आपसे सांझा करती हूं.....
वह एक रोज था जब अपना घर परिवार छोड़कर मैंने शहर अपने कॉलेज के स्टडीज के...