...

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में तुम्हारी हूं ...
सिद्धार्थ मेरे साथ ऑफिस में काम करता है बड़ा ही बातूनी और मजाकिया हे हम एक ही स्कूल में भी पढ़ते थे में तो उसके बारे में सब कुछ जानती हूं मगर पता नही की बो मुझे जनता भी हे या नहीं हम एक ही ऑफिस में काम करने के बाबजूद कभी बाते नही करते मगर मेरी नजर हमेशा उसको ही ढूंढती हे स्कूल टाइम से बो मेरा क्रश था और अब उससे इस कदर प्यार कर बैठी हूं की उसको बिना देखे जी नही सकती मगर में ये उसे बता नही सकती मुझे डर लगता हे की कही बो मुझे रिजेक्ट ना कर दे अगर उसने मुझे माना कर दिया तो में सहे नही पाऊंगी बस में ऐसे ही खुश हूं उसे दूर से चाहना और खुश रहना शायद कभी मौका मिले जिंदगी में एक आखरी वक्त में तो में शायद उसे बता दूंगी मगर बो वक्त कब आयेगा पता नही ..
हर दिन की तरह आज भी में उसे दूर से देख रही थी और खुश हो रही थी तब अचानक बो मेरे पास आया और मुझे बोला अंशिका क्या तुम आज शाम के गैदरिंग में आना चाहोगी प्रोजेक्ट पास हो गया तो हम सेलीबिरेट करने की सोच रहे हे में थोड़ी झिजकी फिर धीरे से बोली टाइम उसने कहा ऑफिस खत्म होने के बाद पास के रेस्टुडेंट पे मेने सिर हिलाया और बो आ जाना कहकर बहा से चला गया शाम को जब में रेस्टुरेंट पहंची तो देखा ऑफिस के सभी बहा थे में थोड़ी घबरा गई फिर धीरे से ऊन सबके पास गई उन्होंने मुझे देख बैठने को कहा और ना जाने सब क्या बाते कर रहे थे मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था मुझे पसीना आने लगा मेरा दिल मचलने लगा मुझे कुछ अजीब सा महसूस हुआ तो में सब को bye कहकर बहा से बाहर चली आई और बाहर आ कर जोर जोर से सांसे ली तब मेरे पीछे सिद्धार्थ भी आया और मुझसे पूछा क्या हुआ तुम बाहर क्यूं आ गई तुम्हे अच्छा नही लगा तो में मुस्कुरा कर बोली ऐसी कोई बात नही हे दरहसल में ज्यादा लोगो के बीच में नही रहती पता नही क्यूं मुझे ज्यादा लोगो के बीच घबराहट सी होती है और मुझे असहज महसूस होता है ,सिद्धार्थ सब सुन अंशिका से बोला तो चलो हम दोनो कही चलते हे एक इंसान से प्रॉब्लम तो नही होगा मेने सिर हिलाकर बोला नही और हम दोनो पास के एक पार्क पर चले गए ढेर सारी बाते की ओर दोनो के बीच दोस्ती हो गई फिर दोनो घर आए ऐसे ही काफी दिन बीत गए दोनो बहत खुश थे सिद्धार्थ ने अंशिका को उसके घर बुलाया अंशिका सिद्धार्थ के घर गई जब बो बहा पहचि तो देखा सिद्धार्थ की मां सोफे पे बैठी थी और एल्बम में कुछ देख रही थी अंशिका उसके मां के पास गई और सिद्धार्थ के बारे में पूछा तो सिद्धार्थ की मां बोली तुम अंशिका हो ना सिद्धार्थ हर रोज तुम्हारे बारे में बाते करता था बो तुम्हे बहत पसंद करता था पर ओर फिर उसकी मां रोने लगी अंशिका पूछा सिद्धार्थ कहां हे तो उसकी मां रोते हुए बोली एक हफ्ता हो गया है सिद्धार्थ का एक्सीडेंट हो गया और बो हमे छोड़ कर चला गया और बो जोर जोर से रोने लगी तब अंशिका ने बोला ऐसा कैसे हो सकता है हम तो कल ही मिले थे उसने कहा कि घर आना ऐसा कैसे हो सकता है तब सिद्धार्थ नजर आया अंशिका उसे देख खुश हो गई और बोली देखो ना ये क्या बोल रही हे की तुम मर गए हो ये देख सिद्धार्थ की मां अंशिका को जोर से पकड़ कर बोली तुम किस्से बाते कर रही हो यहां कोई नही ही पर बहा अंशिका को सिद्धार्थ दिख रहा था फिर बो जमीन पर भेयोश हो कर गिर गई सिद्धार्थ की मां उसे उठाया तो बो उठी नही तब बो उसे होस्पताल ले गए तब डॉक्टर ने कहा कि ये मर गई हे...

© 미스 탄누