मरजावा (1-14)
This story
inspired by bollywood movie "मरजावा"
एक मैदान था जिसके तीन तरफ से बिल्डिंग 🏢 थी और एक तरफ मैन रोड था। उन बिल्डिंगों में स्कूल और कॉलेज दोनो था।
मतलब 5 साल से 16 साल तक के बचे खिड़की से अपने स्कूल/कॉलेज के मैदान की तरफ देख रहे थे ।
छोटे बच्चे शांति से देख रहे थे और बड़े बच्चे काफी डरे हुए थे । कुछ बच्चे जो अपना पूरा शरीर ढक कर आते थे वो बहुत खुश हमे दिखाई दे रहे थे ।
तो उनके मैदान में चल क्या रहा था ?
वहाँ एक लड़की को एक गुंडा कपड़े उतारने के लिए कह रहा था। उसके सारे गुंडे आस पास तलवार लेके आये थे ।
और स्कूल के सारे रास्तो पर खड़े थे ताकि कोई गाड़ी उस स्कूल/कॉलेज के आस पास ना आ सके।
हम देखते है कि पुलिस स्टेशन जहाँ पुलिस वालों को ये सब पता था, लेकिन उन्हें उस स्कूल में आने से मना किया गया था गुंडों के द्वारा ।
हम देखते है उस कॉलेज के मैदान में वो गुंडा उस लड़की को बहुत मार रहा था और उसको अपने कपड़े उतारने के लिए कह रहा था ।
लड़की मना करती है,जिसपर उसके गुंडे उसके पापा को वहाँ ले आते है, और उसके हाथ पर तलवार रख कर कहते है अपने...
inspired by bollywood movie "मरजावा"
एक मैदान था जिसके तीन तरफ से बिल्डिंग 🏢 थी और एक तरफ मैन रोड था। उन बिल्डिंगों में स्कूल और कॉलेज दोनो था।
मतलब 5 साल से 16 साल तक के बचे खिड़की से अपने स्कूल/कॉलेज के मैदान की तरफ देख रहे थे ।
छोटे बच्चे शांति से देख रहे थे और बड़े बच्चे काफी डरे हुए थे । कुछ बच्चे जो अपना पूरा शरीर ढक कर आते थे वो बहुत खुश हमे दिखाई दे रहे थे ।
तो उनके मैदान में चल क्या रहा था ?
वहाँ एक लड़की को एक गुंडा कपड़े उतारने के लिए कह रहा था। उसके सारे गुंडे आस पास तलवार लेके आये थे ।
और स्कूल के सारे रास्तो पर खड़े थे ताकि कोई गाड़ी उस स्कूल/कॉलेज के आस पास ना आ सके।
हम देखते है कि पुलिस स्टेशन जहाँ पुलिस वालों को ये सब पता था, लेकिन उन्हें उस स्कूल में आने से मना किया गया था गुंडों के द्वारा ।
हम देखते है उस कॉलेज के मैदान में वो गुंडा उस लड़की को बहुत मार रहा था और उसको अपने कपड़े उतारने के लिए कह रहा था ।
लड़की मना करती है,जिसपर उसके गुंडे उसके पापा को वहाँ ले आते है, और उसके हाथ पर तलवार रख कर कहते है अपने...