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मतलबी इंसान
सही बताऊ तो ऐसा कभी सोचा नहीं था की इंसान इतना मतलबी भी हो सकता है। एक दौर वह भी था जब लोग दुसरो के लिया जिया करते थे और देखते ही देखते वक़्त - की ऐसी हवा चली की इंसान की इंसानियत ही ख़तम हो गयी। लोग जानवर की तारा हो गए है. सड़क पर कोई मर रहा है और मदद के लिए बुला रहा है। भीड़ में कोई भी ऐसा नहीं है जो रुकर एक बार उसकी बात सुन ले | किसी के पास टाइम ही नहीं है, सब लोग सिर्फ और सिर्फ पैसा कमाने और अपने बारे में सोचने में लगे हैं।

क्या पहले के समय में लोगो के पास पैसा नहीं था, बहुत था और लोग पैसा को किनारे करके सबसे पहले इंसानियत को महत्व देते थे | लोगो के पास समय था जो एक दूसरे के पास बैठ कर अपना दुःख दर्द बया किया करते थे। हम सब लोग जानते है की इस दुनिया में हर चीज नस्वर है, जो समय के साथ ख़तम हो जाएगी और हम न ही कुछ लेकर आये थे और न ही कुछ लेकर जायेंगे। बस हमारे इस दुनिया में जाने के बाद हमारे अच्छे काम को ही लोग याद करते है।
आज मई दिल्ली में रहता हूँ और बहुत लोगों को यह कहते हुए सुना है अरे यह तो गावों से आया है। लेकिन वो लोग ये
भूल जाते है की जब तुमहारे यहाँ कोई परेशान होता है तो तुम लोग सिर्फ और सिर्फ मजे लेते हो। लेकिन कभी हमारे गावं में भी आकर देखो थोड़ी सी परेशानी क्या हुवा पूरा गाव आप के साथ खड़ा हो जायेगा। सहर ने तो पूरी तरह से इंसानियत का कतल कर दिया है।

लोगो के पास इतना भी समय नहीं है की किसी के बारे में कुछ जाने, एक ही मकान में सालो रहते है। लेकिन बगल में कौन रहता है उनको पता तक नहीं है, यह है हमारे शहर में राजने वालो की कहानी । अरे यार लाइफ एक बार ही मिली है कभी दुसरो के लिए भी कुछ करके देखो आप को इतना सुकून मिलेगा की आप को पता भी नहीं चलेगा।

© ♥️𝐌𝐫.𝐒𝐮𝐫𝐚𝐣♥️