एक बेहतरीन इलाज
'माइक, कैसे हो दोस्त?'जैक ने गहरी, मोटी आवाज में पूछा।
'सही सलामत, केवल कुछ ही दिनों का समय है। और फिर आजादी' , उसने अपनी पतली आवाज को मोटा कर बोलने की बृथा प्रयास की।
माइक एक दुबला ,पतला शराबी था। नशा कि उसके जुबान के साथ शारीरिक संबंध स्थापित हो चुके थे। और अच्छी आदतों से उसका छूटाछेडा कब का हो चुका था। और कमाई के साथ उसके रिश्ते-नाते टूटने के कगार पर आ गए थे। पर अब वह खुद...
'सही सलामत, केवल कुछ ही दिनों का समय है। और फिर आजादी' , उसने अपनी पतली आवाज को मोटा कर बोलने की बृथा प्रयास की।
माइक एक दुबला ,पतला शराबी था। नशा कि उसके जुबान के साथ शारीरिक संबंध स्थापित हो चुके थे। और अच्छी आदतों से उसका छूटाछेडा कब का हो चुका था। और कमाई के साथ उसके रिश्ते-नाते टूटने के कगार पर आ गए थे। पर अब वह खुद...