लघु कथा: पर्वत का फूल
क्या आपने कभी सोचा है, अगर दुनियाँ रंगहीन हो जाए तो क्या होगा? शायद आप और मैं इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते। लेकिन एक दृष्टिहीन व्यक्ति के भावों को समझना मुश्किल नहीं होगा, जिसके लिए दुनिया में केवल एक ही रंग है, और वो है काला रंग।रंग हमें ऊर्जा से भर देते हैं। रंग-बिरंगे नज़ारे और वातावरण हमें नई ऊर्जा, चपलता और ताज़गी से सराबोर कर देते हैं।
एक बार की बात है, एक छोटे से नगर में पिंकी नाम की एक छोटी बच्ची रहती थी। वह हमेशा रंगों के बारे में कहानियाँ सुनती आई थी। उसकी दादी ने उसे एक कहानी सुनाई थी, एक ऐसे पर्वत की, जहाँ एक ख़ास किस्म का फूल खिलता है और जैसे ही वह फूल खिलता है, आसमान रंगीन हो जाता है। यह कहानी सुनकर पिंकी को नींद नहीं आती थी। वह हर वक्त यही सोचती रहती थी कि...
एक बार की बात है, एक छोटे से नगर में पिंकी नाम की एक छोटी बच्ची रहती थी। वह हमेशा रंगों के बारे में कहानियाँ सुनती आई थी। उसकी दादी ने उसे एक कहानी सुनाई थी, एक ऐसे पर्वत की, जहाँ एक ख़ास किस्म का फूल खिलता है और जैसे ही वह फूल खिलता है, आसमान रंगीन हो जाता है। यह कहानी सुनकर पिंकी को नींद नहीं आती थी। वह हर वक्त यही सोचती रहती थी कि...