सती प्रथा जैसी स्थिति 🔥
ये कहानी एक स्त्री की है जिसने सती प्रथा जैसी परिस्थिति अपने आंखों से देखी थी वो और कोई नहीं मेरी दादी की दादी की गुरु मां के वनसंजो मैं सुरैया नाम की औरत ने देखी थी मेरी दादी ने कभी कोई जिक्र नहीं किया इस बारे में लेकिन मेरी दादी ने मेरी लिखी हुई कहानियां पड़ी तो उनको अच्छा लगा और एक दिन वो मेरे पास आई और उन्होंने कहां की आज मैं तुम्हें अपनी मन की आंखों देखी कहानी बताना चाहती हूँ मैंने दो मिनट मांगे और एक डायरी और एक कलम लेकर कर बैठ गया और कहानी की शुरुआत हो गई मेरी दादी मां की जुबान से
एक कस्तूरबा नाम की लड़की जिसकी शादी मंगला पूरी के राजा शशिधर से हुई हर तरफ हर्षोल्लास था मंगला पूरी के सारे लोग जूम रहे थे तभी अचानक शादी की पहली रात दुश्मनो ने आक्रमण कर दिया राजा को कोई अनुमान नहीं था की दुश्मन प्रतिघात कर बैठेगा जिसमें कई सारे लोग मारे गए राजा के टुकड़े टुकड़े कर डाले और सबको बंदी बना लिया और दूसरे राज्य का राजा...
एक कस्तूरबा नाम की लड़की जिसकी शादी मंगला पूरी के राजा शशिधर से हुई हर तरफ हर्षोल्लास था मंगला पूरी के सारे लोग जूम रहे थे तभी अचानक शादी की पहली रात दुश्मनो ने आक्रमण कर दिया राजा को कोई अनुमान नहीं था की दुश्मन प्रतिघात कर बैठेगा जिसमें कई सारे लोग मारे गए राजा के टुकड़े टुकड़े कर डाले और सबको बंदी बना लिया और दूसरे राज्य का राजा...