-: संतोष :-
ख़ुशी और संतोष दोनों कभी एक साथ नहीं रहते।
जहाँ ख़ुशी है वहाँ संतोष नहीं रहता और जहाँ संतोष हो गया वहाँ ख़ुशी की आवश्यकता ही ख़त्म हो जाती है।
ख़ुशी हमें तब होती है या मिलती है जब हम कोई चीज चाहे ओर वह हमें...
जहाँ ख़ुशी है वहाँ संतोष नहीं रहता और जहाँ संतोष हो गया वहाँ ख़ुशी की आवश्यकता ही ख़त्म हो जाती है।
ख़ुशी हमें तब होती है या मिलती है जब हम कोई चीज चाहे ओर वह हमें...