राघव
हमेशा की तरह राघव इस बार फिर गर्मी की छुट्टियों में घर आया था। घर आने के बाद राघव कुछ दिनों तक अपने गांव में घुमा अपने पुराने दोस्तों से मिला। उस गांव में रात को 8:00 बजे के बाद कोई घर से नहीं निकलता था। 1 दिन राघव ने अपने दोस्तों से कहा: क्यों ना हम लोग रात को 12:00 बजे नजदीकी पार्क में मिले मजा आएगा। रोहन राकेश राघव के बहुत अच्छे दोस्त थे उन्होंने राघव से कहा की हम लोग रात को नहीं निकलते हैं क्योंकि इस गांव में रात को...