...

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कल्पनाएं🤗🥰
आज चलो कल्पनाओं के जहां में घूमते हैं
कुछ फूलों को कुछ कलियों को चुनते हैं

बारिश की हर एक फुहार कुछ कहती है
इंद्रधनुष से रंग चुराकर कुछ सपने बुनते हैं

सावन भी अपने चरम की खुशियों पर है
सर्द हवाओं में हम तुम बागों में झूमते हैं

रेशमी रेशम बादलों से सेज़ सजाऊं मखमली
आओ अब साथ में ऊनी लिहाफ ओढ़ते हैं

रूहानी एहसासों की नदियों में उलझकर
मोहब्बत के गहरे सागर में हम भी डूबते हैं

बिताया हुआ हर लम्हा साथ में अपने
लम्हा लम्हा जोड़कर अफसाना बना दें

सुना है हमने एक दूसरे की धड़कन को
आज धड़कनों को मिलाकर तराना बना दें

मंजिलें दूर हैं अभी बाकी रास्तों से बाखुदा
हम राहों से राहें मोड़कर पैमाना बना दें

परी हो या स्वर्ग की खूबसूरत अप्सरा कोई
चांद तारों को बुलाकर कहकशां सजा दें

रहेंगे साथ साथ हम हर पल हमेशा ही
हाथों में हाथ मिलाकर फ़साना बना दें

© विकास - Eternal Soul✍️