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बुरे वक्त पर काम आना
#WritcoStoryPrompt67

मोहन और सोहन बहुत अच्छे दोस्त होते है।गांव से मोहन के माता पिता का कॉल आता है।की मोहन की छोटी बहन की शादी तय हो चुकी है।वह शादी के कुछ दिन पहले गांव पहुंच जाए। मोहन यह बात सोहन को बताता है।तो सोहन कहता है,कि वह भी उसके साथ उसके गांव जाएगा। कुछ दिनों बाद मोहन और सोहन दोनों गांव के लिए निकल पड़ते हैं। मोहन का गांव उत्तराखंड में होता है जो कि एक पहाड़ी इलाका है। मोहन की बहन शादी का सारा कार्यक्रम कुशल मंगल पूर्ण हो जाता है और सब सब खुश होते हैं।
फिर कुछ दिन बाद मोहन और सोहन घूमने के लिए गांव से बाहर निकल पड़ते है।
काफी देर घूमने के बाद वह क्या देखते हैं ?
एक बूढ़ा व्यक्ति एक पहाड़ी की चोटी पर मदद के लिए चिल्ला रहा था, मोहन और सोहन उसकी मदद करना चाहते थे ।लेकिन वह उसकी मदद नहीं कर पा रहे थे, क्योंकि वह उस चोटी पर पहुंचने के लिए असमर्थ थे। अचानक से सोहन को एहसास होता है,कि अगर वह उसकी मदद करने गए तो शायद वह दोनों से उसको बचाते हुए कहीं मर ना जाएं।
पर मोहन उस बूढ़े व्यक्ति की मदद करना चाहता था। मोहन सोहन को समझाता है ,कि हमें उनकी मदद करनी चाहिए।आगे जो होगा देखा जाएगा। मोहन सोहन को कहता है, कि वह गांव में जाकर कुछ और लोगों को बुलाकर लाए।ता जो हम इस व्यक्ति की मदद कर सकें।तब सोहन गांव में जाकर सारी कहानी बताता है।तो सोहन के साथ गांव के कुछ लोग वहां पर पहुंच जाते हैं ,और जैसे तैसे करके उस बूढ़े व्यक्ति को बचा लेते हैं।तब वह बूढ़ा व्यक्ति मोहन और सोहन को बहुत सारा आशीर्वाद देता है। और कहता है कि तुम दोनों सदा खुश रहो ।तुम ना होते तो शायद आज मैं यहां से जिंदा वापस अपने घर नहीं जा पाता।
मोहन और सोहन को उस दिन बहुत ही खुशी और दिल को सुकून मिलता है।कि उन्होंने एक बूढ़े व्यक्ति को बचा लिया। मोहन कहता है कि अगर हम अपनी जान की परवाह करते रहते तो शायद हम उस बूढ़े आदमी को कभी नहीं बचा पाते। अगर आज हम हिम्मत और हौसले नहीं दिखाते।तो हम उस बूढ़े व्यक्ति को मरने से नहीं बचा पाते। हमारी हिम्मत और हौसले ने आज उस बूढ़े व्यक्ति को मरने से बचा लिया। तब मोहन कहता है।जिनके साथ भगवान होते हैं।उनका कुछ भी बुरा नहीं हो सकता।