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बेवफ़ा से रिश्ता
जिस स्कूल के कमरे में मै पढ़ रहा था,
उसी कमरा के सामने एक बरगद का पेड़ लगा था।
कुछ लड़कियां उस पेड़ के छांव में बैठी थी।
मैंने अपनी किताब पढ़कर बैग में रख दिया। तभी कुछ घंटे के बाद स्कूल के चपरासी घंटी बजाने लगे, सभी लोग दोपहर के भोजन करने गए।
कुछ समय बाद जब लेंच खत्म हुआ तब सभी अपने अपने कमरे में चले गए।
हम वहीं खड़े हुए थे,, क्योंकि हमारे किताब का पैराग्राफ खत्म हो गया था।
हम खड़े होकर देख रहे थे, जो बरगद के पेड़ के लताएं होती हैं, वहीं पकड़े बच्चे झूल रहे थे।
वहीं हम एक नजर से देख रहे थे।
तभी जो लड़कियां के समूह में बैठी काली जुल्फों वाली उसी की नजर हम पर गई।
उसने हमें बुलाया और बोला.....।
आप किसको देख रहे हो ध्यान से,
हम तो आश्चर्यचकित हो गए। क्या हुआ हमसे कोई गलती तो नहीं पहले तो उसने गुस्सा किया ,बाद में उसने बोला छुट्टी के बाद मिल लेना, हमने कहा ठीक है।,,
फिर जब 2.30 बजे को छुट्टी हुई तब उसने हमसे मिलने को अकेले में बोला,हम तो डर गए क्या हो रहा है हमारे साथ।
हम तो कभी डरे हुए थे, तभी उसने कहा आप डर क्यों रहे हो।
मै आप से कुछ बात करना चाहती हूं, बोलूं क्या?
हमने कहा बोलो आप ......।
उसने इधर- उधर देखा और अपने बैग से गुलाब का फूल निकाल कर हाथ में पकड़ा दिया।
हम खुश होकर तो ले लिए, उसके बाद वो लड़की घर चली गई।
अगले दिन जब स्कूल में प्रवेश हुए तब बहुत खुश नजर थे, मित्रों ने पूछा आज इतना क्यों खुश नजर आते हो।
हमने कहा कुछ नहीं यार.....।
बार बार वहीं बात हमसे पूछने लगे।
आखिर हमने बता ही दिया। तब सुनो क्यों खुश है......।,,
ये सब बाते बताने के बाद जिस कमरा में पढ़ रहे थे, उसी कमरा में दूसरे कमरा का लड़का था। वो, बाते ध्यान करके सुन रहा था। उसने नाम पूछा क्या है भाई? हमें भी बता दो। नाम तो बता दिए शालनी था,, पर...।
जब हम उससे पूछा तब उसने कहा ये मेरी गर्लफ्रेंड है।
हमने कुछ नहीं बोला..। जब स्कूल की आखिरी घंटी बजी तब सभी लड़के चल दिए।
हम भी बैग उठाए ओर घर को सीधे चले आए।
जब 2 दिन बाद स्कूल गए तब रास्ते में वो लड़की मिली अपने सहेली के साथ, हमें रोक कर बात करने लगी। कल जल्दी क्यों चले गए थे। हमे तो बुला लेते,,हम कुछ नहीं बोले,, क्योंकि हमें गुस्सा था।,,
तब उसने पुनः बोली क्या हुआ? नाराज़ हो क्या? हमसे गलती हुई हो तो बताइए।
हम उससे सारी बाते बताई कहा......।
आज से हमारी दोस्ती खत्म हुई तुम बेवफ़ा हो।
बात कर ही रहे थे, तभी अचानक वो लड़का हमें देख लिया।हम उसको नहीं देखें पर लड़की ने देख लिया,, हमें बहाना से वहां से हटा दिए कहीं झगड़ा न हो जाए।
उसके बाद हम चले आए प्रार्थना करने,
प्रार्थना करने के बाद अपने कमरा में आए।
गुरुजी बोले इतना देर क्यों कर दिया? हमने कहा गुरुजी सुबह कुछ काम था।
उसके बाद पढ़ा के बाहर गए तभी वो लड़का फिर आया, ओर बोला क्या बातें चल रही थी। हमने तुमको बता दिए फिर वहीं काम करने लगे। तब हमने कहा देखो...। हमने नहीं बुला के बाते किए थे। उसने ही बुलाया था हमको।,, तब उस लड़का ने कहा अच्छा ठीक है, जो हो गया सो हो गया अब भूल जाओ।
वो हमारी गर्लफ्रेड है, हम उसे प्यार करते हैं।
हम दोनों साथ ही रहते हैं। उसके बहकावा में मत आओ ठीक है।
हम वहीं पर गाल पर हाथ रख कर सोचने लगे क्यों बनाया हमने बेवफ़ा से रिश्ता।,,






© writer manoj kumar🌷🖊️