अल्पु के मन की बात
मेरा ऐसा मानना है कि एक अच्छा लेखक बनने के लिए स्वयं को समाज के केंद्र में रखकर देखना चाहिए तथा अपने लेखन में ऐसी भाषा का प्रयोग करना चाहिए जिससे हर व्यक्ति वर्ग विशेष को इस लेखन को समझने में आसानी हो तथा वह इस लेख से कुछ न कुछ प्रेरणा अवश्य ग्रहण करें। किंतु ऐसा तभी होगा जब एक लेखक समाज के अच्छे और बुरे दोनों पहलुओं को गहनता से अध्ययन करे।
यदि मैं अपने जीवन पर कोई पुस्तक लिखती हूँ तो उस
पुस्तक का नाम "लेखनी अल्पु की" रखना पसंद करूँगी।
सारे लेखक मेरे...
यदि मैं अपने जीवन पर कोई पुस्तक लिखती हूँ तो उस
पुस्तक का नाम "लेखनी अल्पु की" रखना पसंद करूँगी।
सारे लेखक मेरे...