दान
अठारह बीस बरस की एक लड़की मंदिर की सीढ़ियों के पास बैठ कर अंधा होने का ढोंग कर रही थी। ताकि वो भीख मांग सकें....!आंखों पर काला चश्मा चढ़ाएं हाथों में कटोरा लिए राहगीरों से भीख मांग रही थी ।मंदिर से आते-जाते लोग उसे देखकर हंस रहे थे और कह रहे थे अच्छी खासी तो लग रही है।ये लड़की भीख मांगने से अच्छा था कुछ काम ही कर लेती। दूसरे ने कहा हो सकता है ये पढ़ी-लिखी ना हो.. फिर तीसरे ने कहा तो झाड़ू पोछा कहीं काम कर लेती। उन्हें में से एक ने कहा अरे...