इश्क़ एक गुनाह है।
Part 3.
कशिश सकीना साहिल मरियम और लुबना सब बड़े प्यार से घर में रहते थे। मरियम और लुबना साहिल की चचेरी बहनें थीं मरियम कशिश और साहिल के क्लास में पढ़ती थी और लुबना अभी फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही थी। साहिल वैसे तो कशिश को बहुत मानता था पर सब उसकी तारीफ़ करते नहीं थकते थे तो दिल ही दिल में उससे जेलैसी महसूस करता था।
एक दिन इस बात का ज़िक्र उसने अपने एक अज़ीज़ दोस्त शानू से कर दिया और फिर शानू ने ही उसे मशविरा दिया कि तुम कशिश के साथ झूठी मोहब्बत का ड्रामा कर के उसे हरा सकते हो साहिल भी शानू की बातों में आ गया जीत की खुशी में उसने मोहब्बत का ड्रामा कशिश के साथ शुरु कर दिया। साहिल जब कशिश के कमरे से बाहर निकला तो उसे कशिश का घबराया हुआ चेहरा याद आ रहा था और उसकी हंसी नहीं रुक रही थी।
शाम के वक़्त साहिल शानू से मिलने उसके घर पहुंचा और उसका शुक्रिया अदा किया। साहिल वाह! शानू तुमने क्या मस्त आइडिया दिया है। ये कह कर खुद ही ज़ोर से हंसने लगा।
अप्पी! दूध उबल कर बाहर निकल रहा है। कहां है आपका ध्यान? सकीना ने ये कहते हुए किचन में एंटर हुई वह सोच में...
कशिश सकीना साहिल मरियम और लुबना सब बड़े प्यार से घर में रहते थे। मरियम और लुबना साहिल की चचेरी बहनें थीं मरियम कशिश और साहिल के क्लास में पढ़ती थी और लुबना अभी फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही थी। साहिल वैसे तो कशिश को बहुत मानता था पर सब उसकी तारीफ़ करते नहीं थकते थे तो दिल ही दिल में उससे जेलैसी महसूस करता था।
एक दिन इस बात का ज़िक्र उसने अपने एक अज़ीज़ दोस्त शानू से कर दिया और फिर शानू ने ही उसे मशविरा दिया कि तुम कशिश के साथ झूठी मोहब्बत का ड्रामा कर के उसे हरा सकते हो साहिल भी शानू की बातों में आ गया जीत की खुशी में उसने मोहब्बत का ड्रामा कशिश के साथ शुरु कर दिया। साहिल जब कशिश के कमरे से बाहर निकला तो उसे कशिश का घबराया हुआ चेहरा याद आ रहा था और उसकी हंसी नहीं रुक रही थी।
शाम के वक़्त साहिल शानू से मिलने उसके घर पहुंचा और उसका शुक्रिया अदा किया। साहिल वाह! शानू तुमने क्या मस्त आइडिया दिया है। ये कह कर खुद ही ज़ोर से हंसने लगा।
अप्पी! दूध उबल कर बाहर निकल रहा है। कहां है आपका ध्यान? सकीना ने ये कहते हुए किचन में एंटर हुई वह सोच में...