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तुम ना लौटो तो बेहतर हैं ।।
प्यार करना ही नहीं चाहती थी मगर हो गया और हुआ तो ऐसा हुआ की कभी सोचा भी नहीं था इस तरह किसी से प्यार मैं कर सकती हूं
तात्पर्य हैं की मुझे लगता था की ऐसा कोई इंसान ही नहीं बना जिससे मुझे प्यार होगा
जो भी होगा उसे मैं ही पसंद आऊंगी ऐसा कोई नहीं होगा जिससे मैं बेइंतहा मोहब्बत करने लग जाऊंगी
जो हुआ ठीक था प्यार हुआ और उन्हें भी हमसे प्यार हुआ और हम एक दूसरे के बहुत खास हो गए
वक्त बीतता गया प्यार अब प्यार नहीं रहा
2021 से शुरू हुआ रिश्ता 2024 में खतम हो गया
अभी भी एक दूसरे से प्यार करते हैं मगर अब एक दूसरे से बात नहीं करते
अब मैं चाहती भी नहीं की वो मेरी जिंदगी में दुबारा आए
क्योंकि मुझे ऐसा लगता हैं की एक लड़का तब तक ही प्यार निभा सकता हैं जब तक उस पर कोई बड़ी जिम्मेदारी न हो
जैसे ही उस पर भार पड़ेगा वो कह देगा की कोई और ढूंढ लो
मैं तुम्हें वक्त नहीं दे सकता
वो गिनाने लग जायेंगे अपनी जिम्मेदारियां
समझाने लग जाएंगे परिवार के बारे ,बन जायेंगे वो घरवालों की नज़रों में बहुत समझदार
दिखा देंगे आपको नीचा की
आप बहुत मतलबी हो जो उनसे ये चाहते हो की वो आपको वक्त दे
जबकी उनकी पहली priority उनके अपने हैं उनके सपने हैं
और आप भोंदू के जैसे बस तांकते रह जायेंगे उन्हें
और वो बन जायेंगे हीरो आपको बनाके जीरो
और आप कुछ कह भी नहीं सकते क्योंकि वो गलत नहीं हैं वो सही हैं अपनी जगह पर
परिवार पहले हैं उनकी जिम्मेदारियां पहले हैं
मगर एक सवाल हैं और वो ये हैं की क्या तुम्हारी जिम्मेदारियां उस वक्त नहीं थी जब तुम्हें उस लड़की से प्यार हो रहा था
उस वक्त नहीं थे तुम्हारे सपने ,तुम्हारे अपने
जिस वक्त तुम उस लड़की को अपने प्यार को स्वीकार करने को मना रहे थे
कहां थे तुम्हारे सपने,तुम्हारी बड़ी बड़ी जिम्मेदारियां
जब वो लड़की तुम्हें समझा रही थी की तुम नहीं कर पाओगे
तुम नहीं संभाल पाओगे अपने करियर और प्यार को
तुम नहीं उठा पाओगे दोनो जिम्मेदारियां
क्यों झूठे दिलासे दिए की तुम सब संभाल लोगे
तुम हो ना
अब कहां हों तुम
जब तुमने ये कहा की मैं नहीं कर पा रहा हूं
अब कहा हो तुम जब तुमने कहा की ढूंढ लो कोई और
इस दिन के लिए ही तुमने बोला था की तुम हो ना
तुम छोड़ दोगे मुझे रोने को
इससे बेहतर हैं की तुम अभी मुझे खुद से दूर रहने दो
क्यों नहीं मानी तुमने उसकी बात उस दिन

बताओं???
खेलने के लिए मेरे जज़्बात ही मिले क्या तुम्हें

अब तुम्हारा क्या तुम तो हो जाओगे व्यस्त
मगर उसका क्या गलती क्या थी उसकी ???
बना लोगे अपना करियर बन जाओगे सरकारी कर्मचारी
कमाओगे खूब धन दौलत
और एक दिन बियाह भी दिए जाओगे
तुम्हारा पैसा धन दौलत नाम काम तुम्हारे पास ही रहेगा
मगर उसके पास कुछ नहीं होगा सिवाय इस तकलीफ़ के की उसने तुम्हारी बातों पर यकीन ही क्यों किया
काश वो नहीं करती इन बातों पर यकीन तो वो आज इतने आंसू न बहा रही होती।।

आख़िर में मुझे यहीं सबक मिला की जब इंसान पर जिम्मेदारियों का बोझ होता हैं तो प्यार व्यार कोई मायने नहीं रखता
कहते हैं ना की जब बड़ा कुछ मिलने वाला हो तो जो वो थोड़ा कुछ मिला था उसका होना ना होना मायने नहीं रखता
और वो थोड़ा कुछ हम लड़कियां होती हैं
जो छूट जाती हैं पीछे जब तुम लड़को को कुछ बड़ा पाना होता हैं।।
सबक ये हैं की in the end अकेले ही रहना होता हैं और जब अकेले ही रहना हैं तो ईश्वर से प्रार्थना करूंगी की तुम दुबारा लौटकर कभी ना आओ क्योंकि किसी का लौटना अच्छा हैं मगर उसका लौटकर फिर से छोड़कर जाना बहुत बुरा हैं
और अब मुझ में तुम्हें पाकर फिर से खोने की क्षमता नहीं हैं
तुम ना लौटो तो बेहतर हैं
और अब तुम क्या कोई भी ना आए तो बहुत अच्छा हैं क्योंकि जिसे पूरे 3 साल दिए वो ही रोने के लिए छोड़ गया तो अब और कैसे किसी पर यकिन होगा मुझे
।।💔💔