एक स्त्री
धागे से भी महीन रिश्ते को
बचाए रखने की शिक्षा कौन देता होगा
दुखों के स्वरूप की चित्रकारी से
खुद का मन बहलाती औरत
स्वय अपने देह की पीड़ा को कभी नहीं बुनती।
सोचता हूँ....
औरत को अच्छाई की मूरत किसने बनाया दुखो ने..?
या गाँव के कुए के पास फुसफूसती उन्ही कुछ...
बचाए रखने की शिक्षा कौन देता होगा
दुखों के स्वरूप की चित्रकारी से
खुद का मन बहलाती औरत
स्वय अपने देह की पीड़ा को कभी नहीं बुनती।
सोचता हूँ....
औरत को अच्छाई की मूरत किसने बनाया दुखो ने..?
या गाँव के कुए के पास फुसफूसती उन्ही कुछ...