उम्मीद
राजेश एक छोटे से गाँव में रहता था। उसके पिता मजदूरी करते थे और परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। बचपन से ही राजेश का सपना था कि वह एक आईएएस अधिकारी बने और अपने गाँव की समस्याओं का समाधान करे। लेकिन गरीबी और संसाधनों की कमी उसके रास्ते में बाधा बनी हुई थी।
गाँव के लोग उसे अक्सर कहते, "इतने बड़े सपने मत देखो, हमारे जैसे लोग ऐसे पदों तक नहीं पहुँच सकते।" लेकिन...
गाँव के लोग उसे अक्सर कहते, "इतने बड़े सपने मत देखो, हमारे जैसे लोग ऐसे पदों तक नहीं पहुँच सकते।" लेकिन...