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शक का बीज
मैं और मेरे पति दिल्ली शहर में रहते थे । मेरे पति एक फाइनेंस कंपनी में काम करते थे । और उनका अभी अभी ट्रांसफर दुबाई में हुआ था । जिससे घर में सब सामान यहां से वहां फैला हुआ था आते-आते सफर में रात हो गई थी। और देर होने के कारण हम दोनों आते ही गहरी नींद में पलंग पर सो गए ।सुबह होते ही मेरे पति मुझे चाय लेकर आए और उठाने लगे। पर मैं थकान की वजह से उठ नहीं रही थी । तो मेरे पति बोलते हैं की अब तुम तो उठ नहीं रही हो तो मैं ही सो जाता हूं ।तो फिर मैं उठ गई ।और ऑफिस के लिए नाश्ता तैयार किया ।और मेरे पति को ऑफिस के लिए भेजा और वह चले गए। रास्ते में पहुंचते ही उन्होंने मुझे कॉल किया मैंने कॉल उठाना और मेरे पति मुझसे बोलने लगे की तुम्हारे बिना अच्छा नहीं लग रहा है । क्या मैं घर वापस आ जाऊंगा। पर मेरी पत्नी मुझसे बोली कि अभी नहीं जी मुझे घर पर बहुत काम है और आज काम वाली बाई भी नहीं आई है । तो आप भी अपना काम कीजिए और मुझे घर का काम करना है । तो मैं बोली ठीक है मैं कॉल रखती हूं । और मैं फोन रख कर । अपना सामान जमाने लगे और मेरे पति का भी बैग जमाने लगी । और मुझे तभी एक होटल हनीमून प्लाजा के कुछ कागज मिले जिसमें हम कुछ दिन पहले बाहर रुकने गए थे ।
पर मैं सोचती हूं । की मैं और मेरे पति तो कहीं घूमने गए ही नहीं थी।

शक हुआ = तो मैंने होटल में कॉल किया जिससे पता चला कि मेरे पति और मैं गई थी ।
पर ऐसा तो कुछ भी नहीं था ।

सोचते हुए= तो क्या मेरे पति का किसी और से संबंध था या है ।आपको क्या लगता है बताइए।

मुझे शक हुआ तो मैंने मेरे पति से कुछ ना पूछा और अपनी दोस्त की बातों में आकर और उन का चरित्र कैसा है । यह जानने के लिए अपने दोस्त जो कि एक लड़की थी । की मदद से जाने की कोशिश की । और दोस्त से बोली कि तू मेरे पति के साथ दोस्ती करो और जानो कि वह कैसा इंसान है।

पति= क्या मेरी पत्नी का यह कदम सही था बताइए।
अब
मैं मेरे पति से उन पेपर मिलने के बाद कोई भी बातचीत नहीं हुई मैं उनसे कोई बात ही नहीं करना चाहती थी मेरे दिल को बहुत ठेस पहुंची थी ।
अब मेरी दोस्त ने मेरा प्लान स्टार्ट किया । और मेरे पति से मैं कई दिनों से सही से बात नहीं कर रही थी तो वह उसे अपनी दोस्त समझ कर बात करने लगे। और बातों बातों में दोस्ती गहरी हो गई और एक दिन मेरी दोस्त का जन्मदिन था ।और उसने मेरे पति को इनवाइट किया। पार्टी में दो लोग थे। मेरा पति और मेरी दोस्त.......

मेरे पति मेरी बात ना करने से परेशान थे। जिससे वह मेरी दोस्त के करीब आ गए और उसे kiss किया ।
और तभी मुझे उस होटल हनीमून प्लाजा के बारे में पता चला । कि उनके दोस्त दीपक भैया को आपने एटीएम कार्ड की दिक्कत होने के कारण पेमेंट नहीं हो रही थी । जिससे मेरे पति ने उनकी मदद की थी । और उनकी पत्नी को हमारे नाम से रिसॉर्ट में रहने के लिए रूम बुक कराया था।

और मैं पागल ना जाने अपने मन में बिना कुछ सोचे और उनसे बात किए बिना क्या क्या सोच रही थी।

कुछ देर में घर की दरवाजे की घंटी बजी और मैंने जाकर देखा तो मेरे पति थे । मैं उनके गले लग गई और सॉरी बोलने लगी ।
पर तब तक बहुत देर हो गई थी। मेरे पति ने मेरी दोस्त और खुद के बारे में सब कुछ बताया ।
जिससे मुझे बहुत दुख हुआ ।और गलती का एहसास भी , पर मेरी दोस्त ही गलत थी ।पर मैं उससे कुछ बोल भी नहीं सकती थी ।क्योंकि गलती मेरी ही थी मुझे पहले मेरे पति से बात कर लेना चाहिए था । पूरी बात सुनने के बाद मैंने उन्हें माफ कर दिया । और हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं और मेरे घर में एक नन्हा मुन्ना मेहमान भी आने वाला है । हमारा परिवार पहले की तरह हो गया ।
मैं बहुत खुश हूं ।

कुछ जरूरी = आप बताइए कि क्या आप शक की बुनियाद पर रिश्ता तोड़ना या बात किए बिना बात गलत हो, सही मान लेना यह तो ठीक नहीं है । तो पहले बात कीजिए उस बात को समझिए और जल्दबाजी मत कीजिए। फैसले कभी-कभी सही नहीं होते हैं ।
धन्यवाद🙏