पिता
बात उन दिनों की है जब मैं 12वीं में पढ़ती थी। हम लोग सिकंदराबाद में रहते थे। पापा फौज़ से रिटायर हो चुके थे। हम लोग एक किराए के मकान में रहते थे। एक बार पापा किसी कम से गांव गए हुए थे। इसी बीच कुछ रिश्तेदार घर पर आने वाले थे। घर में गैस की टंकी खत्म हो चुकी थी। मम्मी उनकी एक सहेली से बात कर रही थी कि रिश्तेदार लोग तो आ रहे हैं मुझे बहुत मुश्किल हो जाएगी खाना बनाने में, घर पर गैस की टंकी भी...