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सबका मालिक एक #
बहुत से लोग के विचार और फिर देखा जात धर्म पे लोग कितना फायदा उठा रहे है 🥺🥺🥺🥺

जैसे कुछ लोग sai baba ko नही मानते बहुत से लोग मानते है

लेकिन इसमें कोई जात धर्म नही है वो तो अपनी इच्छा की हमे किसके नाम से शांति मिलती है

चाहे कोई भी हो

जैसे जैसे अधर्म के लिए भगवान धरती पे आए

वैसे ही साई बाबा ने शिर्डी के लिए अपनी पूरी जिंदगी निकल दी गांव वालों की सेवा करी

उनके दुख हर लिए
उनके पाप
बीमारी
दर्द सब कुछ

फिर एकता बनाए रखा उन्होंने कभी झगड़ा नही
कभी हिंदू मुस्लिम नही जब जब किसी को कोई तकलीफ हुई बाबा ने उनका साथ दिया या राह दिखाई फिर जो गलत राह में था उसको सही राह दिखाई

में शनि देव और महादेव और अपने महाबली हनुमान को मानती हूं उन्होंने मुझे जो चाहिए सब दिया और मेरे पति sai baba ko इसमें किसी कोई गलती नही है जिसमे जिसकी आस्था
हम भी साई बाबा को मानते है लेकिन

हम सभी को पूजते है लेकिन लोगो की सोच लोगो तक ही ठीक है

में जब शिर्डी गई तो लोकडाउन लगा था सब बंद था हमको पता नही था की अभी सब बंद है हम वहां 8 दिन के लिए रूम बुक कर लिया फिर जब देखा 2 दिन में सारे पैसे खतम हो गए और साथ में
छोटा बच्चा भी था हम बहुत डर गए अब क्या होगा केसे होगा क्या खायेंगे केसे रहनेगे मेने अपने पति को बोला हम घर चलते है पैसे भी खतम है

उन्होंने बोला नही हम पूरे 8 दिन रुककर जायेंगे लेकिन केसे खायेंगे क्या मन में यही चल रहा था

देखते है
शाम को अलार्म बजा धूनी जली फिर आरती शुरू हुई शाम को खाना खाने के लिए सोच रहे थे क्या होगा केसे खायेंगे

फिर पहले दिन हमने 100 RS थाली ली बहुत अच्छी लगी फिर शाम को भी 2 दिन निकल गया
तीसरे दिन क्या करते 50 वाली खाई कुछ खास नहीं थी शाम को 40 rs थाली ली फिर 4 थे दिन
उन्होंने ने ट्रेड खेला और पैसा कमाने लगे फिर हम जितने दिन थे उतने दिन पैसे की कोई कमी नही और कोई प्रेशानी नही हुई वहां इतनी शांति होती थी की मजा आ जाता और लोग भी अच्छे थे वहां रखी 5 दिन चली और आज भी लोग बिलकुल नही बदले वैसे ही जैसे पहले जैसे सीरियल में दिखाया है बताया है बहुत अच्छे पुराने समय के आज भी लोग कोल्हू के बैल से गन्ने के जूस निकालते है पुरानी तरीको को अपनाया हुआ है

जैसे हम शहर में बदल गए लेकिन वो शिर्डी नही बदली आज भी वैसी है जैसे कल sai baba के समय थी

वहां गलत विचार मन में नही आते वहां कही। भी कोई चोरी नही होती किसी के दरवाजे पे कुंडी नही है उनके खेत घर ऐसे ही है सामान भी कोई छू नही सकता हम जायेंगे अपनी इच्छा से आन्येंगे साई बाबा के इच्छा से आज भी बाबा वहीं शिर्डी में है और मैने ये अनुभव किया हिंदू की रहने की बस्ती अलग है मुस्लिम की अलग आज भी दोनो ध्वजा लहराती है जो उस समय sai baba को दी गई थी आज भी वो परम परा चल रही है जैसे पहले थी तुम जब तक शिर्डी में रहोगे तुमको कोई तकलीफ नही होगी ना किसी चीज की कमी उसे पहले तुम्हारी परेशानी साई बाबा ठीक कर देंगे

हम जब शिर्डी गये थे तब हम मंदिर जाते थे तब रास्ते में फ्रूटी और कुछ सामान पड़ा था तो हम रोज कहते शाम को आते समय ले जायेंगे लेकिन शाम को हम होटल आ जाते फिर सुभा वही शाम को ले जाएंगे ऐसे करते रोज सुबह शाम लेकिन हम घर आ गए लेकिन वो चीज वहीं की वहीं कोई हाथ नहीं लगाया तुम्हारी परीक्षा वहीं शुरू हुई जब किसी चीज के लिए आप मन में लालच आया लेकिन वो चीज तुमको नही मिल सकती तुम खुद भूल जाओगे की कुछ लेना भी है वहां के लोग भी अच्छे हैं बहुत प्यार करते है


जब भी शिर्डी जाओ सिर्फ बाबा के दर्शन के अलावा कुछ मत सोचना

इसलिए किसी भी जात धर्म पे झगड़ा मत करो मंदिर में बहुत दूर दूर से लोग आते है लेकिन सभी के लिए एक से नियम है कोई छोटा बड़ा नही

om Sai ram 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
© Teri Meri baten