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इंतजार
बाहर किसी ने पुकारा रेशमा मर गई है क्या रेशमा मर गई है। रेशमा की मौत की खबर सुनकर मेरी आंखों से आंसू निकल पड़े मेरे दिल में रेशमा के लिए बहुत प्रेम था मन कह रहा था किमैं पंख लगा कर जल्दी से जल्दी रेशमा के पास पहुंच जाऊं
जा कर देखाटूटी चारपाई पर रेशमा का शव पड़ा था रेशमा तुम कहां खो गई एक बार तो बोलोउसकी आंखें खुली थी ऐसे लग रहा थाजैसे घर के दरवाजे को निहारती हुई अब भी किसी का इंतजार कर रही हैंमैंने अपने हाथ सेउसकी खुली हुई आंखें बंद कर दीमेरा दिल दर्द से भर गया रेशमातेरी जिंदगी बिछड़े गाने मेंऔर लोगों की बातें सुनने में बीत गई गई लेकिन तुम मात दे गई इस जमाने को
सारा मौसम उदास हो गया था उसकी रखी हुई हर वस्तु रो रही थी और उसे पुकार रही थी जैसे कहरहे होरेशमा एक बार लौट कर जरूर आना और उसे जैसे सारे जमाने से चैन मिल गया था मातम के इस दौर में उसका रखा हुआ कुत्ता भी नहीं बचा सिर्फ वही तो था हर वक्त उसके दर्द का साथीमेरे दिल ने कहा R Dतेरे से तो यह कुत्ता ही अच्छा है तुम इन्सान होकर भी इन्सान नही होजिसने कभी रेशमा के दुख दर्द की सार न लीऔर कभी विदेश से लौट कर नहीं आया रेश्मा से ऐसी क्या भूल हुई जिसकी सजा तुमने आज तक दी उसे तू भी जरूर तडपेगा जैसे उसे दुखी किया तुमने विदेश से तुमने कभी उसके लिए कोई कागज का टुकडा भी न भेजा
रेशमा का अंतिम संस्कार उसी नदी के किनारे हुआ जिस नदी के किनारे बैठकर वो बिछोड़े गाया करती थीनदी के किनारे घंटों बैठकर गाने वाली रेशमा आज नदी की धारा बन गई मेरी आंखों से आंसू बह निकले
रेशमा मुझे तेरी मौत का इतना दुख नहीं है जितनादुखतेरे जीवन के दर्द का है जिसे तुमने अपनी जिंदगी का हिस्सा मान लियातुमने उसे गया और हर चीज में भर दिया और उस नदी की धारा के साथ चल दी वही नदी अब तेरा दर्द गा रही है और आने वाले वक्त मे भी गाती रहेगी
कुछ दिन बाद मैंने उसके घर जाना चाहा अपने दिल में उमड़े तूफान को शांत करने के लिएअपने दर्द को मिटाने के लिएमैंने उसके घर जाकर देखा उसकी हर वस्तु पर धूल की परत जम गई थी दर्द गाने वाली उसके घर की हर दीवार जैसे गम के समुंदर में डूब गई थी उसकी टूटी हुई चप्पल ए देखकर मेरा मन भर आया
रेशमा क्या तेरा संदेश RD को भेजू लेकिन तेरी मौन भाषा मै नही समझ सकती वापिस जाते मैने देखा लोगो की नजरें उसके दरवाजे पर ऐसे लगी थी जैसे उनकी बात का कोई पहलू समाप्त हो गया हो जैसे किसी कहानीकार की कहानी के पात्रकी मौत हो गई हो और शायद अब वह कहानी समाप्त हो गई हो या रुक गई हो किसी अगले पात्रके इंतजार मे ।

गुरप्रीत उडाग