एक नारी
एक नारी त्याग समर्पण ममता जज़्बात अहसास से भरी होती हैं
वक़्त आने पे सब पे भारी भी
पड़ सकती है
इतना आसान नहीं होता उसके अंतरआत्मा
की मन कि बात को जान पाना
उसके सब्र के बांध को नाप पाना
किसी आदमी के बस की बात नही
अगर वो किसी इन्शान को अपने दिल मे जगह देती है
तो वो इन्शान उसके लिये खुदा हो जाता है
उसके...
वक़्त आने पे सब पे भारी भी
पड़ सकती है
इतना आसान नहीं होता उसके अंतरआत्मा
की मन कि बात को जान पाना
उसके सब्र के बांध को नाप पाना
किसी आदमी के बस की बात नही
अगर वो किसी इन्शान को अपने दिल मे जगह देती है
तो वो इन्शान उसके लिये खुदा हो जाता है
उसके...