इंतेजार
किया था जिससे मोहब्बत हमने,
अपनी जान समझकर,
आज उसे मेरे जान की पड़ी नही,
दिल कुड़ कुड़ कर रो रहा,
आँखे आँसुओ से भरी पड़ी।
खुद पर बेहद गुस्सा आ रहा,
जीने का भी मन कर नही रहा,
गलती हुई मुझसे कि ...
अपनी जान समझकर,
आज उसे मेरे जान की पड़ी नही,
दिल कुड़ कुड़ कर रो रहा,
आँखे आँसुओ से भरी पड़ी।
खुद पर बेहद गुस्सा आ रहा,
जीने का भी मन कर नही रहा,
गलती हुई मुझसे कि ...