...

3 views

,एक शाम ज़िन्दगी तेरे नाम ,
# एक ढलती शाम ज़िंदगी तेरे नाम!!
उस शाम को सभी घूमने गए हुए थे
मौसम भी बड़ा सुहाना सा था
आसमान में काले बादल छाए हुए थे
बहुत ही खूबसूरत जगह थी घूमने की
कुछ पार्क थे, एक बड़ा सा समुद्र भी था
कुछ ही दूरी पर एक मन्दिर भी था
जिसकी जैसी श्रद्धा थी कुछ लोग मन्दिर में
पूजा करने जा रहे थे कुछ वही पर घूम रहे थे
उनमें से एक मैं भी थी , जो प्राकृति सुन्दरता
को निहार रही थी
मैं प्राकृतिक सुंदरता की पुजारिन जो ठहरी,
अगर हम सच्चे दिल से अपने आप को दूसरों
के लिए समर्पित करें और उन्हें प्यार और स्नेह दे
वही हमारे लिए एक श्रद्धा बन जाती है,
इन्हीं दुआओं का असर मेरी जिंदगी में
एक इबादत बन गई मैंने रब से कुछ भी नहीं मांगा
सबका प्यार मेरी जिंदगी में दुआ बन गया
आधी उम्र बीत जाने के बाद भी जो चाहा सब कुछ मिला
एक आखरी इच्छा थी वो भी पूरी हो गई
जब हम दूसरों का भला करते हैं हमारा भला
अपने आप हो जाता है
इसी इबादत का असर मेरी ज़िंदगी बदल गया
मैं पहले भी वैसी थी आज भी वैसी ही हूं
जो कर्ज था ज़िंदगी का वो भी पूरा हो गया
आज मैं बहुत खुश हूं,
जब तक कि ज़िंदगी है ऐसे ही खुश रहूंगी
क्या पता ज़िंदगी कब धोखा दे जाए ।।
😊🙏