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#एक याद एक नियम🥺🥺💔
एक याद एक नियम 💔💔💔💔

इंसान भी कितना अजीब होता है खुदके घर बेटी हो तो गुस्सा होता है दुखी होता है 🥺🥺🥺

और बेटा हो तो खुशी से पागल हो जाता है

वही गाय को बछड़ा हुआ तो उसको जंगल के छोड़ देते है 🥺🥺🥺💔💔💔

वही गाय को बछिया तो खुश हो जाते है
इतना भेद भाव क्यों जैसे इंसान की सभी औलाद एक जेसी है चाहे कैसी भी हो आंधी गूंगी बहरी कैसी भी वो उसकी औलाद है लेकिन

यही नियम उस मां के लिए भी होना चाहिए
उसकी औलाद kesi भी है उससे दूर मत करो

यही कारण होता है जब हम किसी बेजुबान की औलाद को उससे दूर करते है वही ओलाद एक दिन तुमको खुदसे दूर कर देती है

जब तक तुम उनके लायक होते हो
तब तक उसके बाद घर से बाहर किसी
वृद्धा आश्रम में छोड़ देते है बिलकुल वैसे ही जब तक तुम्हारे लायक वो गाय काम के लायक होती है और उसका बच्चा समय खुदको दोहराता है जैसा दोगे वैसा मिलेगा🥺🥺🥺🥺🥺🥺

तुम अपनी जिंदगी अपनी पूंजी निवेश जवानी सब कुछ बच्चो के लिए अपनी आर्थिक स्थिति अपनी जरूरत को नजर अंदाज कर देते हो फिर एक दिन तुम्हारे बच्चे तुमको नजर अंदाज कर देते है ये हमको अच्छा नहीं लगता लेकिन क्यों हमने भी किसी मां को ऐसे छोड़ दिया था जब वो बूढ़ी हो गई उसके बच्चे को जंगल में छोड़ दिया था क्योंकि वो एक बछड़ा था वो बोल नही सकती तो क्या उसको भी दर्द होता है बददुआ उससे भी निकलती है बस सुनाई नही दिखाई देती है

अगर हम कोई भी जानवर पाल रहे हो उसके उसके आखरी सांस तक उसका साथ दो

क्योंकि तुमसे ज्यादा यकीन वो खुद पे भी नहीं करते और अपना अच्छा गलत तुम्हारे हाथ में दे देते है

लेकिन जब तुम उनको ऐसे छोड़ देते हो उनकी पुकार सीधा ऊपर वाला सुनता है

ऐसी ही एक घटना है हम नए नए शिफ्ट हुए थे वहां एक कुत्ता था वो ऐसा था उसको प्यार से कोई रोटी दे वो खा लेता लेकिन फेक्कर नही खाता

ऐसे ही में उसको रोटी खिलाने लगी वो हमारे घर आने लगा खाने लगा सारा दिन मेरे दरवाजे पे बैठा
रहता और नही होता तो एक आवाज में कहीं भी हो आ जाता

और जब में कुछ भी लेने दुकान पे जाति 10,12 कुत्ते साथ चलते और में सबको कुछ न कुछ खिला देती इसलिए मुझे देखते मेरे पास आ जाते

जब उसको चोट लगती मेरे दरवाजे पे बैठ जाता और पढ़ जाता फिर ने दवाई पट्टी करती वो ठीक हो जाता उसका नाम मोती था बहुत प्यारा
एक चांदनी एक स्वीटी बहुत अच्छे से रहते थे
जब भी किसी को कुछ भी लगता या कोई बच्चा उनको मारता उनके बच्चो को प्रधान करता मुझे बताती उसको भी दवाई इलाज सब करती थी
बच्चे के लिए रोती थी तो पता चल जाता थे क्या हुआ ऐसे hiek दिन किसी काम से

हम बाजार गए किसी दूसरी जगह वो भी चले गए साथ साथ दुकान में जाते तो वो चौकीदार की तरह बाहर बैठ जाता और जितने भी लोग बाहर आते उनकी सकल देखता पहचानता जब हम मिल जाते तो साथ चल देता लेकिन वो सबके हाथ का खत भी नही था फिर हम तो आते समय दूसरे रास्ते से आए तो वो आ या लेकिन चांदनी वहीं फस गई में ढूंढती हुई गई देख बेचारी दरकार
बेटी हुई थी में उसको बोला तू यहां क्या कर रही। है सुनकर रोने लगी और वो इतनी बड़ी उसको कस ले जाऊं में सोचने लगी मेने उसको बोला जब में खड़ी हो जाऊं और दौड़ने को बोलूं तेज से दौड़ ना मुझे पता था की उनको मेरी सब बात समझ में आ गई है जैसे में खड़ी हुई और में हुई चांदनी भाग
और में भी भागी बस फिर क्या में आगे वो पीछे उसको भागकर अपनी गली में लेकर आई उसको

बहुत खुशी हुई क्योंकि हम उनको इंसानों की तरह ही बात करते खाना देते बुलाते उनकी तकलीफ समझते तो मेरी बात सुन सकते थे लेकिन औरो के लिए वो बहरे हो जाते जैसे कुछ सुनाई नही दे रहा है 😂😂😂😂😂😂🤗

उनको लोगो ने तकलीफ बहुत दी लेकिन उनका
साथ ऊपर वाले ने दिया इंसाफ कर के आज आज चांदनी मोती नहीं है और स्वीटी भी नहीं लेकिन उसके बच्चे हैं

ने जब देहरा दून शिफ्ट हो रही थी उसको पता था
जब पापा थे उसको खाना पानी देते जब गए वो उनको चाट रही थी रो रही थी खाना नहीं खाया उसका बेटा रोमियो 8 साल का हो गया था वो भी मर गया था तो खाना नही खाया उसने दुख दर्द तकलीफ उसको भी हुई लेकिन वो बोल नहीं सकती बस भले मेने पाला उसके बच्चे को मां तो वही थी मम्मी गई तो खाना नही खाया घर बेचकर में देहरादून उत्तराखंड शिफ्ट हो गई जब कुछ बचा नहीं रूककर क्या फ़ायदा लेकिन उसको पता चल गया वो मुझे सूंघ कर रो रही थी और रोक रही हो मत जाओ लेकिन रेंट पे उसको कहां रखती कुछ महीने बाद वो भी चली गई 🥺🥺🥺🥺💔💔💔
प्यार जानवर भी करते है लेकिन उसको समझना चाहिए फिर वो हमारे ही होते है गेरो से ज्यादा🥺🥺🥺🥺💔😍😍ये अपना रंग नहीं बदलते रिश्तेदारों की तरह🥺🥺🥺
© Teri Meri baten