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मेरी कहानी
एक नहीं हजारों दर्द लिए मुस्कुराता हूं जो जैसा देखना चाहता है मुझे वैसा बन जाता हूं
किसी के लिए अच्छा हूं,किसी के लिए बुरा हूं किसी के लिए अजनबी हूं ,कैसा भी हूं जानता हूं कुछ भी नहीं हूं ,मेरा क्या है सिर्फ दर्द यही सच नहीं कुछ खुशियां भी कुछ शर्तो पर मिली हैं ,दोस्तों की बात करूं तो कम हैं मगर बेहतरीन हैं,धोखा देने वाले मुझे पसंद हैं ,उन्हे पता नहीं होता कि मुझे पता है इसलिए मंद मंद मुस्कुराता हूं मैं,यकीन करना मेरी कमजोरी है इसलिए हर किसी से जितना निभ सके उतना निभाता हूं मैं,जो मिल जाते हैं चलते चलते जिंदगी की राह में,उनसे भी एक याद का रिश्ता जोड़ आता हूं मैं,शायद दुनिया मुझे गलत कहे मगर इतनी भीड़ में खुद को सही नजर आता हूं मैं,गुजरा कल डराता है,फिर भी आज को पूरी तरह जीना चाहता हूं ,सिफर से शुरू सिफर पर खत्म होता है हर किसी का सफर फिर भी न जाने क्यों यादें कमाता हूं मैं।
© parindaa