अद्रश्य ओशो.......
ओशो के निर्वाण दिवस पर उनके लिये सप्रेम सत्कार......
मैने लगभग आज से 2 साल पुर्व ओशो को पड़ना शुरू किया था..... और आज तक पड़ रहा हूँ..... अगर आपको ओशो को पड़ना है तो ओशो की ज़रुरत ही नही है..... बस विचारो को शाँत करके खुद को पड़ लिजिये.... आप स्वम ओशो है... वो और होते है... जो आपको किताबो के किरदार का ज्ञान देंगे..... ओशो तो वो मास्टर है जिन्होने रूह के किरदार को पड़ लिया था..... उसके बाद...
मैने लगभग आज से 2 साल पुर्व ओशो को पड़ना शुरू किया था..... और आज तक पड़ रहा हूँ..... अगर आपको ओशो को पड़ना है तो ओशो की ज़रुरत ही नही है..... बस विचारो को शाँत करके खुद को पड़ लिजिये.... आप स्वम ओशो है... वो और होते है... जो आपको किताबो के किरदार का ज्ञान देंगे..... ओशो तो वो मास्टर है जिन्होने रूह के किरदार को पड़ लिया था..... उसके बाद...