मेरी ज़िंदगी....✍️
मेरी ज़िंदगी की किताब है
किताब सी मेरी ज़िंदगी
न कल हुआ मेरा कभी
न कल मेरा कभी हुआ
मेरी ज़िंदगी की किताब है.........
न ख़्वाब पूरा हो सका
न बन सका नया कोई
कोई मिला कभी मिला
न मिल सका मुझे कोई
मेरी ज़िंदगी........
जवानी चली है उम्र से
यूँ उम्र न...हमराह बनी
कुछ मोड़ से मुड़ी हूँ मैं
कुछ मोड़ से मैं रह गई
मेरी ज़िंदगी.....
इश्क़ सुना कभी बहुत
मिला नहीं मुझे कभी
मिला कभी तो...
किताब सी मेरी ज़िंदगी
न कल हुआ मेरा कभी
न कल मेरा कभी हुआ
मेरी ज़िंदगी की किताब है.........
न ख़्वाब पूरा हो सका
न बन सका नया कोई
कोई मिला कभी मिला
न मिल सका मुझे कोई
मेरी ज़िंदगी........
जवानी चली है उम्र से
यूँ उम्र न...हमराह बनी
कुछ मोड़ से मुड़ी हूँ मैं
कुछ मोड़ से मैं रह गई
मेरी ज़िंदगी.....
इश्क़ सुना कभी बहुत
मिला नहीं मुझे कभी
मिला कभी तो...