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kittu
युही ही एकदिन वो हमें अचानक मिल गयी थी ,वो छोटी सी बिल्ली की बच्ची थी बड़ी प्यारी मासूम सी भूख से व्याकुल उसकी माँ उसे छोड़कर अपने सारे बच्चों को साथ ले गयी थी और उसे लेजाना भूल गयी,मैं उसे अपने साथ अपने घर पर ले आयी बड़ी मुश्किल से उसने दूध पिया निप्पल भी मगलिया था पर उसने कटोरी
से ही दूध पिया और उस दिन पुरे 6घंटे सोइ श्याम हो गयी थी सर्दिया शरू हो चुकी थी नवंबर का महीना था हमने उसे एक बड़े टब मे गरम कपड़ा डाल कर सुला दिया था अब वो रात को उठी और मियाउ मियांऊ करने लगी उसदिन उसने हमें सोने नहीं दिया दूध पीने के बाद भी रोती
रही लेकिन दो तीन दिनों मे शायद उसे आदतपड़ चुकी थी वो अब आराम से टाइम से उठती और टाइम से खाती, उसका साथ बड़ा सुकून देता घर पर मैं अकेली होती जब बच्चे स्कूल चले
जाते और वो भी ऑफिस निकल जाते घर का काम ख़त्म करने के बाद मै उसके साथ खेलती अब mugheभी एक प्यारा सा साथी मिल गया था बच्चों के आजाने पर मै उसे कमरे से बहार निकलती उसका साथ mughe बहोत अच्छा लगता, उछाल खुद करना पीछे भागना जुरबो
से खेलना उसको बड़ा अच्छा लगता कभी कभी उसके नाख़ून भी हमें लग जाते बच्चे उसके साथ खूब शरारत करते उन्हें भी एक नया दोस्त मिल गया था मैं जब भी उसे खाना खिलाती उसकी इच्छा होती के वो मेरी गोद मै बैठ जाये वो चुपके से मे्रे ऊपर चढ़ जाती जब हाथ फेरकार मैं उसे निचे उतर देती वो फिर खाने लगती, उसे गाजर का हलवा बहोत पसंद था उसके लिए उसने दूध पीना छोड़ दिया था अभी उसे हमारे घर मे एक ही महीना हुवा था और हम उससे काफ़ी हुल मिल गए थे, एक दिन श्याम को बच्चों के स्कूल से आने के बाद मेने उसे कमरे से निकला और वो बहार घूमने लगी अभी दस मिनट ही गुजरे हों
गे एक दम से उसकी माँ बिल्ली आगयी और उसे चुपके से उठा कर ले गयी और हम कुछ भी नहीं कर पाए बच्चों का रो रो कर बुरा हल हो गया हमेने उसे ढूँढा भी लेकिन वो नहीं मिली कभी कभी सोचती हूँ की इतने सर्दी मे वो कहा होंगी उसने कुछ खाया भी होगा या नहीं वो ठीक तो होंगी अब यही सवाल मे्रे दिमाग़ मे चलते रहते है मेरा बेटा जो अभी छोटा है उसे याद करके बार बार रोने लगता है मैं भी उसे बहोत ज्यादा मिस कर रही हूँ सोचती हूँ काश वो फिर से आजाये और मेरी
प्यारी नन्ही सी दोस्त वापिस मिल जाये.🥹🥹🥹

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