बचपन
माँ- (चमेली के पीछे भागते हुए) अरे ये टिफ़िन तो लेती जा । और हां स्कूल छूटते ही जल्दी घर आना ।
चमेली का स्कूल 7 किलोमीटर दूर है और वो रोज़ स्कूल पैदल ही जाती है इतने पैसे नही होते की वो रिकशे से रोज़ स्कूल जा सकें।
अब चमेली स्कूल पहुंच जाती है
स्कूल टीचर- (गुस्से में)आज फिर लेट हो गयी तूम आज तुम क्लास के बाहर ही रहोगी।
चमेली गर्दन झुकातें हुए जी टीचर कहते हुए अपनी स्कूल बैग समेत क्लास के
बाहर चली जाती है
करीब आधे घंटे बाद स्कूल की घंटी बजती है और अब पीटी पीरियड शुरू हो चुका है सभी बच्चें ग्राउंड की तरफ भागतें है चमेली भी जाति है
पीटी सर बच्चों के जूतों को लाइन से चेक करते हुए चमेली के जूतों की तरफ देखते हुए कहता है
पीटी सर ये क्या तुमने आज भी फटे हुए जूतें पहने है कहा था ना नए जूते पहनकर आना। आज फिर तुमने वही जुते पहने है । आज छोड़ रहा हूँ। अगली बार सज़ा मिलेगी। चलो अगली बार नए जूते पहनकर आना अभी जाओ जाकर खेलो।
चमेली- (गर्दन झुकातें हुए ) जी सर कहते हुए ग्राउंड के एक कोने वाली सीट पर जाकर बैठ जाती है।
सभी बच्चे कोई न कोई खेल खेल रहे है पर चमेली बिल्कुल चुपचाप कोने में अकेले बैठी है।
चमेली मन में अपने आप से बाते करते हुए कहती है।
(continued )
चमेली का स्कूल 7 किलोमीटर दूर है और वो रोज़ स्कूल पैदल ही जाती है इतने पैसे नही होते की वो रिकशे से रोज़ स्कूल जा सकें।
अब चमेली स्कूल पहुंच जाती है
स्कूल टीचर- (गुस्से में)आज फिर लेट हो गयी तूम आज तुम क्लास के बाहर ही रहोगी।
चमेली गर्दन झुकातें हुए जी टीचर कहते हुए अपनी स्कूल बैग समेत क्लास के
बाहर चली जाती है
करीब आधे घंटे बाद स्कूल की घंटी बजती है और अब पीटी पीरियड शुरू हो चुका है सभी बच्चें ग्राउंड की तरफ भागतें है चमेली भी जाति है
पीटी सर बच्चों के जूतों को लाइन से चेक करते हुए चमेली के जूतों की तरफ देखते हुए कहता है
पीटी सर ये क्या तुमने आज भी फटे हुए जूतें पहने है कहा था ना नए जूते पहनकर आना। आज फिर तुमने वही जुते पहने है । आज छोड़ रहा हूँ। अगली बार सज़ा मिलेगी। चलो अगली बार नए जूते पहनकर आना अभी जाओ जाकर खेलो।
चमेली- (गर्दन झुकातें हुए ) जी सर कहते हुए ग्राउंड के एक कोने वाली सीट पर जाकर बैठ जाती है।
सभी बच्चे कोई न कोई खेल खेल रहे है पर चमेली बिल्कुल चुपचाप कोने में अकेले बैठी है।
चमेली मन में अपने आप से बाते करते हुए कहती है।
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