अल्फाज।
कुछ कह गए अल्फाज
कुछ रह गए जज्बात
जो रह गयीं कहीं
दिल में दबी सी बात
कुछ कह गई आंखे
कुछ सह गई सांसे
जो रह गई कहीं
वो थी सिसकती आह
कुछ अनकही सी है
कुछ दिलकशी सी है
जो दब गई कहीं
वो बेबसी सी है
सागर रहा प्यासा
बादल सूख गयें
आंखें हुईं बंजर
कहीं कुछ छूट गया
कुछ कह गए अल्फाज
कुछ रह गए जज्बात
जो रह गयीं कहीं
दिल में दबी सी बात।
© geetanjali
कुछ रह गए जज्बात
जो रह गयीं कहीं
दिल में दबी सी बात
कुछ कह गई आंखे
कुछ सह गई सांसे
जो रह गई कहीं
वो थी सिसकती आह
कुछ अनकही सी है
कुछ दिलकशी सी है
जो दब गई कहीं
वो बेबसी सी है
सागर रहा प्यासा
बादल सूख गयें
आंखें हुईं बंजर
कहीं कुछ छूट गया
कुछ कह गए अल्फाज
कुछ रह गए जज्बात
जो रह गयीं कहीं
दिल में दबी सी बात।
© geetanjali