स्वामित्व
ओह ! कितने खूबसूरत है फूल... आकर्षक, विलोभनीय...बस मन में आया ... तोड़ लेता हूं... घर के मंदिर में चढ़ा दूंगा...
हाथ फूल तक पहुंच गया... स्वामित्व की इच्छा बड़ी बलवान होती है... कहीं मौका हाथ से निकल न जाए !
पर फिर...
हाथ फूल तक पहुंच गया... स्वामित्व की इच्छा बड़ी बलवान होती है... कहीं मौका हाथ से निकल न जाए !
पर फिर...