कर्म
बहुत से लोग भगवान पर विश्वास करते है और विश्वास नहीं भी करते हैं।
जब उनका कोई काम नहीं बनता उनको लगता है कि अगर मेरा काम नहीं बन रहा है तो इसका दोष भगवान को दिया जाए। और भगवान मेरे कामों में अड़चनें डाल रहा है ।
जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता है हमारा कोई भी काम बनता है या बिगड़ता है ।
वह सब हमारे करम के ऊपर ही आधारित होता है ।
जैसे हम कर्म करेंगे वैसे ही हमें उसका फल भी मिलेगा ।
जैसे बीज बोओगे वैसे ही उस पर फल आएंगे लेकिन व्यक्ति यह नहीं समझता है कि भगवान ने हमें इंसान के रूप में इस धरती पर भेजा है ।
कर्म करने के लिए हम अच्छे कर्म करें कर्म अपने करते रहे कर्म हम लगातार करते रहेंगे तो उसका फल भी बहुत अच्छा प्राप्त होता है ।
बहुत से व्यक्ति उपाय करते हैं और पूजा अनुष्ठान करते हैं।
फिर कहते हैं हम तो भगवान के प्रति...