मजबूरी Part 6
सुबह का समय था गजरा दुकान पर चाय बना रही थी,
उसी समय दुकान पर रोहन आया,
रोहन अपने कुछ दोस्तों को भी साथ लाया,
रोहन ने कहा गजरा चाय लेकर आ,
गजरा चाय लेकर आई,
तभी रोहन और रोहन के दोस्त सीटी बजाने लगे,
गजरा इन लोगों को मना करने लगी सीटी मत बजाओ,
तो ये लोग सड़क पर आ गए और सीटी बजाने लगे,
रोहन ने कुछ देर में सड़क पर भीड़ इकट्ठा कर लिया,
और लोगों से कहने लगा कि गजरा मैडम ने हमें आदेश दिया है, कि हम सीटी बजाएं तब वह हमें चाय देंगी,
लोग कहने लगे कि गजरा हम नहीं जानते थे कि तू ऐसी है,
गजरा कहने लगी यह सब झूठ है,
लेकिन कोई गजरा की बात नहीं सुन रहा था,
तभी वहां पर काकी आ गई,
काकी कहने लगी कितनी चरित्रहीन लड़की है,
लड़कों को बर्बाद करती है,
तब गजरा बोली ऐसा कुछ भी नहीं है...
उसी समय दुकान पर रोहन आया,
रोहन अपने कुछ दोस्तों को भी साथ लाया,
रोहन ने कहा गजरा चाय लेकर आ,
गजरा चाय लेकर आई,
तभी रोहन और रोहन के दोस्त सीटी बजाने लगे,
गजरा इन लोगों को मना करने लगी सीटी मत बजाओ,
तो ये लोग सड़क पर आ गए और सीटी बजाने लगे,
रोहन ने कुछ देर में सड़क पर भीड़ इकट्ठा कर लिया,
और लोगों से कहने लगा कि गजरा मैडम ने हमें आदेश दिया है, कि हम सीटी बजाएं तब वह हमें चाय देंगी,
लोग कहने लगे कि गजरा हम नहीं जानते थे कि तू ऐसी है,
गजरा कहने लगी यह सब झूठ है,
लेकिन कोई गजरा की बात नहीं सुन रहा था,
तभी वहां पर काकी आ गई,
काकी कहने लगी कितनी चरित्रहीन लड़की है,
लड़कों को बर्बाद करती है,
तब गजरा बोली ऐसा कुछ भी नहीं है...