...

1 views

Three helps by me (part-3)
एक आदमी बहुत बुरी हालत में खून से लथपथ , जख्मी सडक पर पडा था। उसका एक्सीडेंट हो गया था। उस लडके ने पूछा तो पता चला कि आधे घंटे पहले एक गाडी ने इसका एक्सीडेंट कर दिया और ड्राइवर फरार हो गया। तब से ही बहुत सारे लोग यहां खडे हैं। परंतु पुलिस केश के डर से कोई भी आगे नहीं आ रहा। सडक पर उस घायल पडे लडके को देखकर उसे अपनी याद आती है जब वह अस्पताल में बिस्तर पर तडप रहा था और उस महिला की मदद के कारण उसे यह नई जिंदगी मिली है और साथ ही साथ वह बात भी याद आती है कि जब भी मौक़ा मिलेगा वह किसी मजबूर की मदद जरूर करेगा। वह मन ही मन सोचता है किसी की जिंदगी बचाने से और अच्छा मौका क्या हो सकता है और वह जैसे तैसे करके उसे उठाकर अपनी बाइक से हॉस्पिटल ले जाता है। वहां सीधा लडके को icu में भर्ती कर दिया जाता है। उस लडके के पास उस घायल लडके का फोन जिससे उसके किसी सगे संबंधी को फोन करके वह सब कुछ बताता है और उससे उस हॉस्पिटल में आने को कहता है। तभी कुछ समय बाद एक लडकी दौडी-2 हॉस्पिटल आती है। तभी डॉक्टर भी icu से बाहर आते हैं । तब वह लडकी डॉक्टर से पूछती है कि अब उसका भाई कैसा है तो डॉक्टर कहते हैं कि अब उसका खतरे से बाहर है और साथ ही साथ उस लडकी से उस लड़के को धन्यवाद देने को कहते हैं और बताते हैं कि यदि यह लडका पेसैंट को सही समय पर नहीं लेकर आता तो पेसैंट का बचना मुश्किल था या कहे नामुमकिन था। जब लडकी उसे धन्यवाद देती है तो वह लडका कहता है जीवन मे जब भी मौका मिले किसी मजबूर की मदद कर देना। मैं समझूंगा आपने मुझे धन्यवाद कहा है।यह सुनकर लडकी बहुत हैरान हुई क्योंकि यह वही लडकी है जो कहानी की शुरूआत में शराबी व्यक्ति की जान बचाकर उसे उसके घर छोड़कर आती है और उसकी पत्नी से यही बातें कहती है। वह नहीं जानती थी कि उसका चलाया हुआ मदद का चक्र आज उसी के काम आया है। वह लडके से कहती है आपकी सोच बहुत अच्छी है तब लडका कहता है नहीं यह मदद का विचार मेरा नहीं है।और वह उसे अपनी बीमारी और उस महिला की मदद का पूरा वक्तव्य बताता है। यह सुनकर वह लडकी खुश भी थी और हैरान भी। तब वह लडकी उस लडके को जिसने उसके भाई को बचाया था एक ही बात कहती कि तुमने बिल्कुल सही कहा हमें जब भी मौका मिले किसी मजबूर की मदद अवश्य करनी चाहिए क्योंकि हमें भी नहीं पता कि किस्मत कब हमारे द्वारा की गई मदद को हमारे लिए ही मददगार साबित कर दे।

moral (शिक्षा): हमारे जीवन में घटने वाली अच्छी और बुरी घटनाएं हमारे अच्छे और बुरे कर्मों का ही फल होती हैं।
© All Rights Reserved