सुकून
व्यस्तताओं के चलते कहिए, या कुछ आलस भी मान लिजिए, लंबे समय से कुछ लिख नहीं पाई । आज जब खुद की लिखी कुछ पुरानी कविताएं पढ़ी, तो समझ आया.... इतना भी बुरा नहीं लिखती । ☺️
सच कहूँ तो, खुद की रचनाएं पढ़...
सच कहूँ तो, खुद की रचनाएं पढ़...