...

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#प्रेम ही सत्य है
अपराजित हूं मैं ओर यही मेरा अंतिम और अनंत लक्ष्य है अर्थात मुझे कोई जीत नही सकता... लेकिन प्रेम के रास्ते के आगे तो देव भी विवस है , कयोंकि प्रेम अनंत हे अजेय हे अकल्पनीय है ओर यही सत्य है ओर यही सृष्टि का यथार्थ सत्य है.
तभी तो प्रेम मे अगर भक्ति का भाव है तो मुझ जैसे अपराजित को भी विवश कर देती है प्रेम के मार्ग पर चलने को. कयोंकि

प्रेम आत्मा है
प्रेम परमात्मा है
प्रेम कृष्ण है
प्रेम राधा है
प्रेम राम है
प्रेम सीता है
प्रेम मीरा है
प्रेम शिव है
प्रेम पार्वती है
प्रेम सत्य है
प्रेम सत्य है
प्रेम सत्य है....