...

2 views

सबके सामने मुझे तुमने बदनाम किया है
दिल से तुमको अपना माना
सब भुलाकर सिर्फ तुमको जाना
फिर भी तुमने मेरा क्या हाल किया है
सबके सामने मुझे तुमने बदनाम किया है

तुम्हारी शान्ति,खुशी केलिए
मैंने अपने दिलका हाल तुम्हें ना बतानेका प्रण लिया है
तुम्हारी एक मुस्कान केलिए मैंने हर दर्द सहा है
फिर भी सबके सामने मुझे तुमने बदनाम किया है।


कई लड़कियां आईं गई मेरी जिंदगी में
लेकिन फिर भी तुम्हारे लिए जैसा महसूस किया है
वैसा किसी और के साथ महसूस नहीं किया है
फिर भी ना जाने क्यों सबके सामने मुझे तुमने बदनाम किया है


तेरी काबीलियत,व्यवहार के अलावा मैंने कुछ नहीं देखा है
सिर्फ तरी मासूमियत और तेरी आत्मा से प्यार किया है
लेकिन फिर भी मेरी मोहब्बतको तुमने आकर्षणका नाम दिया है
और सबके सामने मुझे तुमने बदनाम किया है।


तुझे अपने साथ ना पाकर
मेरे दिल के दर्द ने आवाज कि
उस दर्दको कलममें भरकर मैंने लिखना सिखा है
फिर भी सबके सामने मुझे तुमने बदनाम किया है


तुम्हें किसी और के साथ जब मैंने खुश पाया है
मैंने खुदको तुम्हारी खुशी केलिए तुमसे दुर पाया है
जब किसी और के साथ तुम्हें खुश पाया है
फिर भी सबके सामने मुझे तुमने बदनाम किया है।


तेरी खुशी किसी और के साथ देखकर
तुमसे दुर जानेका मैंने मन बनाया है
तुमने मेरे बारे में अपने दोस्तोंके साथ मिलकर ग़लत बात किया है
सबके सामने मुझे तुमने बदनाम किया है


मेरे प्यारको तुमने हंसीका बहाना बनाया है
मेरे प्यारको तुमने मज़ाक बनाया है
अकेले नहीं,अपने दोस्तोंके साथ मिलकर तुमने मेरे बारे में कुछ ग़लत बात किया है
सबके सामने मुझे तुमने बदनाम किया है।


दुनियाका यह कैसा दस्तुर है
हम मोहब्बत करने वालोंका क्या कसूर है?
जो मोहब्बत करें उसे ही सबने ग़लत समझा है
सबके सामने मुझे तुमने बदनाम किया है


जिसने आकर्षित होकर,प्यारका ढोंग किया है
आकर्षणको जिसने मोहब्बतका नाम दिया है
उसे तुमने अपना कहा है
और सबके सामने मुझे तुमने बदनाम किया है।
© Premyogi
#story #types #poem #premyogi #writco