मैं दर्द की कलम.......!!
मेँ दर्द की कलम से लिखी हुई हूँ
मैं अल्फाज़ हूँ
मुझे समझ पाना
कहाँ इतना आसान हैँ
कई वर्षों से मेँ खुदकी पिन्हा मैं कैद हुई हूँ
माजी की यादों मैं आज भी खोयी हुई हूँ,
कहाँ वो कैसा...
मैं अल्फाज़ हूँ
मुझे समझ पाना
कहाँ इतना आसान हैँ
कई वर्षों से मेँ खुदकी पिन्हा मैं कैद हुई हूँ
माजी की यादों मैं आज भी खोयी हुई हूँ,
कहाँ वो कैसा...