#रॉन्ग नंबर
बड़ी ज़ोर की बारिश हो रही थी। आसमान में बिजली कड़कड़ा रही थी पर घर पर बिजली गुल थी। तभी फोन की घंटी बजी और जीत ने रिसीवर उठा के कहा हैलो, कौन है? उधर से आवाज़ आई ओह, सॉरी, रॉन्ग नंबर, और फोन रख दिया गया। जीत को दो साल पहले की वो तूफानी रात याद आ गई। उस दिन भी तो जब ऐसे ही रॉन्ग नंबर से कॉल आया था।
एक प्यारी सी आवाज जिसे सुनते हीं मैं मोहित हो गया था।रॉन्ग नंबर होने के बावजूद मैं अपनी बातों में उलझा कर बातें करना चाह रहा था और उधर से भी ऐसा महसूस हुआ की वो भी शायद बात करने की इक्षुक है।
बात करते करते हमने एक दूसरे का परिचय भी ले लिया।
जब उसने बताया...
एक प्यारी सी आवाज जिसे सुनते हीं मैं मोहित हो गया था।रॉन्ग नंबर होने के बावजूद मैं अपनी बातों में उलझा कर बातें करना चाह रहा था और उधर से भी ऐसा महसूस हुआ की वो भी शायद बात करने की इक्षुक है।
बात करते करते हमने एक दूसरे का परिचय भी ले लिया।
जब उसने बताया...