प्रेमिकांछल
लिखती आज सभी की प्रेम कहानी का अन्त
मान लेना कहनी बनी हूँ।।
क्या हाल होता उन सभी का जिसका प्रेम रह गया बस एक समाप्ति बन।
मुश्किल होती है न।
दुनिया मै सारा किसी को प्यार दे दिया। इतना नही
बस उसमे ज्यादा खो दिया ना।
किया था सब हाजिर अपने वक्त का किस्सा ।।
जो बोल न पाये खुद अपना हिस्सा जोड़ समझ दिया था उसको अपना पता।
अब गुम हो खो दिया ना खुद का घरबार।
हाँ प्यार...
मान लेना कहनी बनी हूँ।।
क्या हाल होता उन सभी का जिसका प्रेम रह गया बस एक समाप्ति बन।
मुश्किल होती है न।
दुनिया मै सारा किसी को प्यार दे दिया। इतना नही
बस उसमे ज्यादा खो दिया ना।
किया था सब हाजिर अपने वक्त का किस्सा ।।
जो बोल न पाये खुद अपना हिस्सा जोड़ समझ दिया था उसको अपना पता।
अब गुम हो खो दिया ना खुद का घरबार।
हाँ प्यार...