"उम्मीद" (अंतिम भाग)
विकल ने सरिता को देखा तो वो असहज सी कमरे के दूसरे कोने में खड़ी थी। माहौल को और रोमैंस से भरने के लिए उसने सरिता से कहा "जाओ जाकर गाउन पहन आओ"। सरिता ने आश्चर्य से उसे और फिर कमरे में चारों तरफ देखा। उसे समझ नहीं आया कि विकल किस गाउन की बात कर रहा है।
सरिता के पूछने पर उसने शादी की रात दिये हुए गिफ्ट में गाउन होने की बात कही। जब सरिता ने गिफ्ट खोला तो उसमें "ढेर सारी झालर वाला हल्के पीले रंग का चमकीला बेहद खूबसूरत गाउन" था। उसे देखते ही सरिता के चेहरे पर मानों सूरज की पहली लाली उतर आई थी।
बहुत खुशी और शर्म से सराबोर उस गाउन को लेकर सरिता बाथरूम में चेंज करने चली गई। तभी फिर से किसी ने रूम का दरवाज़ा खटखटाया। आहट सुनकर सरिता बाथरूम के अंदर ही रही और विकल ने दरवाज़ा खोला। सामने एक परिवार खड़ा था, जिनमें मियां बीवी और उनके दो...
सरिता के पूछने पर उसने शादी की रात दिये हुए गिफ्ट में गाउन होने की बात कही। जब सरिता ने गिफ्ट खोला तो उसमें "ढेर सारी झालर वाला हल्के पीले रंग का चमकीला बेहद खूबसूरत गाउन" था। उसे देखते ही सरिता के चेहरे पर मानों सूरज की पहली लाली उतर आई थी।
बहुत खुशी और शर्म से सराबोर उस गाउन को लेकर सरिता बाथरूम में चेंज करने चली गई। तभी फिर से किसी ने रूम का दरवाज़ा खटखटाया। आहट सुनकर सरिता बाथरूम के अंदर ही रही और विकल ने दरवाज़ा खोला। सामने एक परिवार खड़ा था, जिनमें मियां बीवी और उनके दो...